खरसिया। रायगढ़ जिला के खरसिया क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है जहां 5 साल की मासूम बच्ची के साथ कई महीनों से हैवानियत होती रही है, मासूम बच्ची से मारपीट कर उसे घंटो तक एकेले बाथरूम में बंद कर दिया जाता था। ऐसे हैवानियत करने वाली एक शासकीय शिक्षिका आशा अग्रवाल पति रघुनाथ अग्रवाल जो ग्राम बांसमुड़ा प्राथमिक शाला में प्रभारी प्रधान पाठक के पद पर कार्यरत है। घटना की जानकारी मिलने के बाद महिला बाल विकास अधिकारी और खरसिया पुलिस की टीम ने टीम ने रेस्क्यू कर बच्ची को बाथरूम से बाहर निकाला है और उसे अपने संरक्षण में लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के खरसिया के सिंचाई ( मांड )कॉलोनी में रहने वाली एक शासकीय शिक्षिका आशा अग्रवाल द्वारा मासूम गरीब बच्ची को बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था और उसे खाने को न देते हुए बाथरूम में कई कई दिनों तक बंद कर दिया जाता था इसकी सूचना कॉलोनी वासियों द्वारा पत्रकार जगदीश मित्तल को दी गई उनके द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल महिला बाल विकास अधिकारी पुनीता दर्शन अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्रीमती निमिषा पांडे एवं चौकी प्रभारी अमिताभ खांडेकर को दी गई अधिकारियों द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए आशा अग्रवाल के घर में दबिश दी गई जहां मासूम बच्ची बाथरूम में बंद मिली जिसकी बाहर से कुंडी लगी हुई थी बाथरूम से जब बच्ची निकाली गई उपस्थित पुलिस अधिकारियों महिला बाल विकास अधिकारी और पत्रकारों के भी आंखों से आंसू आ गए उन्होंने अपने जीवन में इतना वीभत्स दृश्य कभी नहीं देखा था। महिला बाल विकास अधिकारी पुनीता दर्शन ने बताया कि बच्ची डरी हुई है और भूखी भी है हो सकता है इसके साथ मारपीट भी की गई है रायगढ़ से जिला बाल विकास अधिकारियों की टीम आ रही है और बच्ची को अपने संरक्षण में हम रायगढ़ लेकर जाएंगे पुलिस अधिकारियों द्वारा आगे की कार्यवाही की जा रही है.