मतदान दलों को अच्छे से प्रशिक्षण लेने एवं शंका होने पर उसे तुरंत क्लियर करने के दिए निर्देश
रायगढ़ :- 3 अप्रैल 2024/ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 7 मई को होने वाले लोकसभा निर्वाचन की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। जिले में मतदान दलों का प्रथम प्रशिक्षण प्रारंभ हो चुका है। जिसके तहत आज कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्तिकेया गोयल ने रायगढ़ के पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय में चल रहे मतदान दलों के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण से संबंधित प्रश्नोत्तर भी किए। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण कार्य है। मतदान कार्य में निष्पक्ष एवं पारदर्शिता हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए मतदान कक्ष में मोबाइल एवं किसी भी प्रकार की इलेक्ट्रानिक डिवाइस का प्रयोग प्रतिबंधित करें।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर गोयल ने मतदान केन्द्र में होने वाले मॉकपोल में बरती जाने वाली सावधानियांं, मॉकपोल के पश्चात सीआरसी कितना महत्वपूर्ण है उसकी भी जानकारी दी। उन्होंने विधानसभा एवं लोकसभा के मतदान में अंतर संबंधित प्रश्न भी किए, जिसका जवाब उन्होंने सबसे पहले समय का परिवर्तन, मतदान के दिन भरे जाने वाले लिफाफे के कलर का ध्यान रखने जैसे विभिन्न प्रकार की जानकारी दी। कलेक्टर गोयल ने कहा कि मतदान के दिन मॉकपोल के दौरान या मतदान के दौरान मशीनों में खराबी आने पर तत्काल सेक्टर ऑफिसर के साथ एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को सूचना देने की बात कही। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं के बीच सामंजस्य बनाए रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल ने सभी मतदान दलों को अच्छे से प्रशिक्षण लेने और इस प्रशिक्षण के आधार पर ही मतदान दिवस के दिन बेहतर कार्य करने की बात कही।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव कुमार पाण्डेय ने प्रशिक्षण के दौरान किसी भी तरह के डाउट होने पर मास्टर ट्रेनर से तत्काल क्लियर करने और प्रशिक्षण से संबंधित किसी भी प्रकार के शंका होने पर बेहिचक पूछने की बात कही। निरीक्षण के दौरान एसडीम रायगढ़ प्रवीण तिवारी, तहसीलदार रायगढ़ श्री लोमस मिरी सहित मास्टर ट्रेनर्स एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वीवीपैट को गर्मी व लाइट से बचाए
कलेक्टर गोयल ने कहा कि सीयू, बीयू और वीवीपैट मशीनों में सबसे संवेदनशील मशीन वीवीपैट है। आगामी मतदान की प्रक्रिया ग्रीष्मकाल में होगी, लिहाजा मतदान दिवस के दिन वीवीपैट को सूर्य की तेज रोशनी एवं लाईट की गर्मी से बचाकर रखना होगा। इसी प्रकार सामग्री वितरण एवं परिवहन के दौरान वीवीपैट मशीनों को सीधे सूर्य की रोशनी से बचाने हेतु हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए।